कांग्रेस सरकार में करप्शन एक्सीलेटर पर रहता है और विकास वेंटीलेटर...
प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी शुक्रवार को देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक जनसभा को सम्बोधित
कर रहे थे। मोदी ने इस दौरान जमकर कांग्रेस...
जानिए महात्मा ज्योतिबा राव फुले के जीवन परिचय के बारे।
महात्मा ज्योतिबा राव फुले का जन्म आज ही के दिन 11 अप्रैल 1827 को पुणे में हुआ था। इनका पूरा नाम ज्योतिराव गोविंदराव फुले था। इनकी माता का नाम चिमणाबाई और पिता का नाम गोविन्दराव था। इनका परिवार शूद्र वर्ण की माली जाति से संबंध रखता था, जो कि कई पीढ़ियों से फूलों के गजरे बनाने का काम करते थे इसीलिए लोग इन्हें ‘फूले’ के नाम से जानते थे। शिशु अवस्था में ही इनकी माता का निधन हो गया था। इनका लालन पोषण सुगणाबाई ने किया था।
आखिर राजद्रोह का क़ानून (धारा 124A) हटाने सम्बंधित कांग्रेस की घोषणा...
मंगलवार को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव हेतु अपना घोषणा पत्र जारी किया। सरकार में आने पर कांग्रेस पार्टी...
चुनाव के समय सेना पर बयानबाजी योगी पर भारी, निर्वाचन आयोग...
लोकसभा चुनाव 2019
की तारीखों का ऐलान होने के बाद देशभर में आचार संहिता लगने के साथ ही चुनाव आयोग
द्वारा निर्देश दे दिया...
सिविल लाइन्स में फिर लौट आए प्रताप सिंह खाचरियावास
राजस्थान विधानसभा चुनाव में राजधानी जयपुर की वीआईपी सीट सिविल लाइन्स ने पिछले चुनाव में जिसे हराया था, इस बार उसी कांग्रेस और प्रताप...
जानिए भीम आर्मी अध्यक्ष चंद्रशेखर रावण को, जो अपने आप को...
भीम आर्मी के
संस्थापक एवं अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद रावण का नाम इन दिनों राजनीतिक चर्चा का विषय
बन गया है। जहां एक तरफ़ कांग्रेस...
जानिए आईएएस- 2018 के ऑल इंडिया टॉपर कनिष्क कटारिया को, पहले...
शुक्रवार, 5 अप्रैल की शाम को संघ लोक सेवा आयोग की तरफ़ से सिविल सेवा परीक्षा- 2018 के अंतिम नतीजे जारी कर...
पुण्यतिथि विशेष: माटी के लाल थे चौधरी देवीलाल, विरले ही होते...
भारत के महान किसान नेता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की
राजनीति जब चरम पर थी तभी देश में एक...
राफेल सौदे की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय उपयुक्त मंच नहीं।...
साल का सर्वाधिक चर्चा में रहा मुद्दा ''राफेल विमान सौदे'' पर शुक्रवार को भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय सुना दिया। इस फैंसले में...
सौ में नब्बे शोषित है, नब्बे भाग हमारा है; दस का...
ये पंक्तियां
स्वातंत्रयोत्तर भारत के उस अमर क्रांतिकारी समाजवादी नेता की है,
जिसका जीवन शोषित वर्ग की बेहतरी का ध्येय लिए बीता। 2
फरवरी 1922...