राजस्थान में बेरोजगार युवाओं को 3500 रूपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ते का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने गुरुवार को अपनी इस घोषणा को अमल में लाने के लिए क़दम बढ़ा दिया है। राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ उद्घाटन समारोह में पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विश्वविद्यालय के युवाओं के सामने घोषणा करते हुए कहा कि ‘प्रदेश सरकार पहली फरवरी से बेरोजगारी भत्ते को बढ़ाते हुए 3500 रूपए प्रति महीने तक करने जा रही है। इसके तहत बेरोजगार युवाओं को 3000 रूपए व बेरोजगार युवतियों को 3500 रूपए हर महीने दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान की पिछली कांग्रेस सरकार ने पहली बार बेरोजगार युवाओं को मासिक भत्ता देने के लिए अक्षत योजना शुरू की थी। जिसके तहत 600 रूपए युवकों को व 650 रूपए युवतियों को हर महीने दिए जाते हैं। अब घोषणा पत्र के अनुसार इस भत्ते को बढ़ाने के बाद 1 मार्च से लड़कों को 3000 और लड़कियों को 3500 रुपये बेरोजगारी भत्ता मिलेगा।
सबको नहीं मिलेगा भत्ता, पढ़िए क्या होगी शर्तें:
गौरतलब है कि राजस्थान में कुल 11 लाख स्नातक पास युवा बेरोजगार की श्रेणी में पंजीकृत है। विधानसभा चुनाव से पहले तो कांग्रेस पार्टी ने 33 लाख युवाओं को बेरोजगार बताया था। बावजूद इसके राजस्थान सरकार द्वारा भत्ता प्राप्त बेरोजगारों की श्रेणी में करीब 1 लाख युवा ही सम्मिलित हो सकेंगे। राज्य सरकार की इस योजना से लाभान्वित होने के लिए निम्न शर्तें हैं।
- योजना का लाभ लेने के लिए अभ्यर्थी का स्नातक होना ज़रूरी है।
- लाभान्वित अभ्यर्थी के परिवार की सालाना आमदनी 2 लाख रूपए तक होनी चाहिए।
- अभ्यर्थी की उम्र 21 से 35 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। स्नातक के बाद अधिकतम 2 वर्ष तक ही यह भत्ता मिलेगा।
- अभ्यर्थी का नाम राज्य सरकार के रोजगार विभाग में पंजीकृत होना चाहिए। यदि पंजीकृत नहीं है तो आवश्यक दस्तावेजों के साथ नाम पंजीकृत करवाया जा सकता है।