राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) मुख्य परीक्षा- 2018 को लेकर परीक्षार्थियों द्वारा राज्य लोक सेवा आयोग के मनमाने फैंसलों के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। गौरतलब है कि अभी दो दिन पूर्व गुरुवार 13 दिसंबर 2018 को आरएएस प्रारंभिक परीक्षा का संशोधित परिणाम घोषित करने वाला आयोग 23 दिसंबर 2018 से मुख्य परीक्षा का आयोजन करने जा रहा है। ऐसे में केवल मात्र 10 दिनों के अंदर किस तरह अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा की तैयारी कर पाएंगे यह विचार का विषय है। बावजूद इस तथ्य के आयोग परीक्षा दिनांक बदलने को तैयार नहीं है। बस इसी मांग को लेकर परीक्षार्थी सोशल मीडिया के माध्यम से, राजस्थान विश्वविद्यालय के गेट पर तथा आयोग के सामने अपना विरोध दर्ज़ करवा रहे हैं।
जारी किया गया है संशोधित परिणाम:
दरअसल इसी वर्ष 5 अगस्त को आरएएस-2018 प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में करीब 5 लाख परीक्षार्थियों ने भाग लिया था। परिक्षा का परिणाम 23 अक्टूबर को जारी कर दिया गया। उस परिणाम में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के अभ्यर्थियों की कट-ऑफ़ सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से अधिक रखी गई। इस कारण से परिणाम के खिलाफ न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। याचिका की सुनवाई कर न्यायालय ने ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ न्यायपूर्ण निर्णय करने के लिए आयोग को दोबारा परिणाम जारी करने के निर्देश दिए। निर्देश की पालना करते हुए आयोग ने 13 दिसंबर को संशोधित परिणाम जारी कर दिया, लेकिन मुख्य परीक्षा की पूर्व निर्धारित तिथि में कोई बदलाव नहीं किया। इसीलिए मुख्य परीक्षा की तिथि को स्थगित करने की मांग को लेकर नवचयनित अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं।
कम से कम 3 महीने का समय चाहिए होता है:
परीक्षा तिथि बढ़वाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे परीक्षार्थियों ने बताया कि मुख्य परीक्षा की तैयारी करने के लिए कम से कम 3 महीने का समय लगता है, लेकिन आयोग परिणाम जारी करने के 10 दिन बाद ही परीक्षा आयोजन कर रहा है, जो कि पूरी तरह गलत है। परीक्षार्थी कह रहे हैं कि मुख्य परीक्षा के लिए 16 विषयों को पढ़ना पड़ता है, ऐसे में यह समय काफी कम है।