भाजपा के बागी शत्रुघ्न सिन्हा ने आखिरकार आधिकारिक तौर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दामन थाम लिया। 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ लोकसभा पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा ने साल 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से जिस क़दर भाजपा से बेरुखी साध ली थी, उसे देखकर यह अंदाज़ा लगाया जा सकता था कि शत्रुघ्न 2019 का चुनाव भाजपा की टिकट पर नहीं लड़ने वाले। इसके बाद इन दिनों जब शत्रुघ्न सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने लगे थे तो महागठबंधन के नेताओं से भी नज़दीकियां बढ़ाने लगे थे। पहले कयास थे कि शत्रुघ्न बिहार की स्थानीय राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल हो सकते हैं लेकिन कांग्रेस का हाथ थामने के साथ ही शत्रुघ्न ने जता दिया है कि वे बिहार की राजनीति तक ही सीमित रहना नहीं चाहते।
कांग्रेस में जाने पर यह कहा शत्रुघ्न सिन्हा ने:
शत्रुघ्न सिन्हा अभी पिछले सप्ताह ही राहुल गांधी से मुलाक़ात कर कांग्रेस में शामिल होने की दिनांक का ऐलान कर चुके थे। ऐसे में आज रणदीप सिंह सुरजेवाला और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में दिल्ली में शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। शत्रुघ्न ने कहा कि ”भाजपा सरकार के तहत कई ऐसे लोग थे जिन्हें कभी पद नहीं दिए गए। मैंने कहा था कि मैं बीजेपी कभी नहीं छोड़ूंगा, अगर पार्टी चाहती है तो वह मुझे छोड़ सकती है। पार्टी ने मुझे कई बार धमकी दी थी, लेकिन शायद अपराध या शर्म की वजह से वह कार्रवाई नहीं कर सकी। इसलिए मैंने एक निर्णय लिया (कांग्रेस में शामिल होने के लिए)। मैंने रातों – रात बीजेपी छोड़ने का फैसला नहीं लिया। मैं 25 साल से पार्टी में था। मैंने देखा कि यह (भाजपा) सरकार एक एक आदमी का प्रदर्शन और दो लोगों की सेना बन चुकी थी, यह निरंकुश सी हो गई थी। जैसे-जैसे मैं बेघर होता गया, मैं एक नए घर की तलाश कर रहा था। आज बिना किसी विकल्प के मैंने कांग्रेस पार्टी की संस्कृति को आंख बंद करके स्वीकार कर लिया है।”
शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद पार्टी ने आधिकारिक तौर पर बिहार की पटना साहिब लोकसभा से उनके नाम पर मुहर लगा दी। इस सीट से भाजपा की टिकट पर 2009 और 2014 में सांसद निर्वाचित हुए शत्रुघ्न सिन्हा के सामने भाजपा की तरफ़ से रविशंकर प्रसाद होंगे। रविशंकर प्रसाद को जहां शत्रुघ्न के रूप में कड़ी चुनौती मिलेगी तो वही पटना साहिब में भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भीतरघात भी उन्हें नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में पलड़ा तो शत्रुघ्न का ही भारी नज़र आ रहा है। इसी के साथ सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी लखनऊ सीट से भाजपा प्रत्याशी राजनाथ सिंह के सामने शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को मौक़ा दे सकती है।