इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के पाकिस्तान के प्रति नरमी भरे बयान ने कांग्रेस पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत सरकार की कार्यवाही और 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद तत्कालीन केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया की तुलना करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी सैन्य कार्यवाही को अपने मुताबिक़ न बताते हुए सैम पित्रोदा ने उस पर सवाल उठाया। सैम की इस बयानबाजी पर ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे बयानों को देश के सुरक्षा बलों का हौंसला तोड़ने वाला बताया।
यह कहा था सैम पित्रोदा ने:
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने पुलवामा आतंकी हमले पर बातचीत के दौरान एएनआई से कहा कि मुझे हमलों के बारे में बहुत कुछ नहीं पता है, हमले कई बार घटित हुए हैं। 2008 में मुंबई में भी हमला हुआ था, ताज होटल पर ओबेरॉय होटल पर। तब हम भी प्रतिक्रिया दे सकते थे और अपने विमानों को भेज सकते थे लेकिन यह सही प्रतिक्रिया नहीं होती, कि आप दुनिया के साथ कैसा बर्ताव करते हैं। 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के समय आठ लोग आते हैं और हमले को अंजाम देते हैं। अब इसके लिए आप पूरे देश (पाकिस्तान) पर हावी नहीं हो सकते। सिर्फ यह मानकर कि कुछ लोग यहां आए और हमला किया, उस राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए। जैसा कि मैंने न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य अखबारों में पढ़ा है, मैं और अधिक जानना चाहूंगा। हमने वास्तव में क्या हमला किया, क्या सच में हमने 300 लोगों को मार डाला? यदि आप कहते हैं कि 300 लोग मारे गए थे, तो हम सभी को यह जानने की जरूरत है, सभी भारतीयों को यह जानना होगा। इसके बाद वैश्विक मीडिया का जो कहना है कि कोई भी आतंकी मारा नहीं गया, उससे मुझे एक भारतीय नागरिक के रूप में बुरा लगता है।”
इसके बाद नरेंद्र मोदी को मज़बूत नेता बताए जाने के जवाब में सैम ने कहा कि ”भारत को फैसला करना होगा, कि मजबूत होना जरूरी है या नहीं! यह लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं है। हिटलर भी बहुत मजबूत था, सभी तानाशाह मजबूत थे, चीनी नेता बहुत मजबूत है, क्या यही भारत चाहता है?”
प्रधानमंत्री मोदी ने घेरा:
सैम पित्रोदा का यह पूरा बयान एएनआई ने अपने ट्विटर पर पोस्ट किया तो प्रधानमंत्री मोदी ने उस पर ट्वीट करते हुए इसे भारतीय सुरक्षा बलों का अपमान करने वाला बताया। मोदी ने एक के बाद एक ट्वीट किए-
”कांग्रेस अध्यक्ष के सबसे भरोसेमंद सलाहकार और मार्गदर्शक ने भारत की सशस्त्र सेनाओं को पछाड़ते हुए, कांग्रेस की तरफ से पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस समारोह की शुरुआत कर दी है। शर्म की बात है!”
”कांग्रेस के शाही वंश के वफादार दरबारी वह स्वीकार करते हैं जो देश पहले से ही जानता था- कांग्रेस आतंक की ताकतों का जवाब देने के लिए तैयार नहीं थी। लेकिन यह एक न्यू इंडिया है- हम आतंकवादियों को उस भाषा में जवाब देंगे जो वे समझते हैं और ब्याज के साथ!”
”विपक्ष हमारे सुरक्षा बलों का बार-बार अपमान करता है। मैं अपने साथी भारतीयों से अपील करता हूं- उनके बयानों पर विपक्षी नेताओं से सवाल करें। उन्हें बताएं- 130 करोड़ भारतीय अपनी हरकतों के लिए विपक्ष को माफ नहीं करेंगे या भूल जाएंगे। भारत हमारी सेनाओं के साथ मजबूती से खड़ा है।”
प्रधानमंत्री मोदी के ट्वीट्स के बाद सैम पित्रोदा के बयान पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा “अगर गुरु ऐसा हो तो शिष्य कितना निकम्मा निकलेगा ये देश को आज भुगतना पड़ रहा है। वह मानते है कि हमने जो किया वह गलत था। दुनिया के किसी भी देश ने यह नहीं कहा, यहां तक कि ओआईसी (इस्लामिक सहयोग संगठन) ने भी यह नहीं कहा। केवल पाकिस्तान ही यह मानता था। दुर्भाग्य से ऐसे लोग एक राजनीतिक पार्टी के विचारक हैं।”
विवाद बढ़ा तो सैम पित्रोदा ने दी सफाई:
सैम पित्रोदा की बयानबाजी में पाकिस्तान के प्रति झलकते नरम रुख पर जब विवाद बढ़ा तो सैम ने उस पर सफाई देते हुए कहा- ”मैंने सिर्फ एक नागरिक के रूप में कहा कि मैं यह जानने का हकदार हूं कि क्या हुआ। मैं पार्टी की तरफ से नहीं, सिर्फ एक नागरिक के रूप में बोल रहा हूं। मुझे यह जानने का अधिकार है कि इसमें क्या गलत है? मुझे समझ नहीं आ रहा है कि यहां विवाद क्या है, मैं इस प्रतिक्रिया में चकित हूं। लोग भारत में व्यर्थ मामलों पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं। यह पूरी तरह से व्यर्थ मामला है। एक नागरिक सिर्फ एक सवाल पूछ रहा है।”