समाजवादी पार्टी (सपा) से अलग होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की स्थापना करने वाले शिवपाल यादव ने लखनऊ के रमाबाई अम्बेडकर मैदान में जनाक्रोश रैली का आयोजन किया। पार्टी की पहली रैली में जनसमूह को सम्बोधित करते हुए शिवपाल ने कहा कि अयोध्या में विवादित भूमि पर अध्यादेश लाकर राम मंदिर नहीं बनना चाहिए। हालांकि इस बयान पर अभी तक किसी तरफ से कोई बवाल नहीं उठा, लेकिन कयास लगाए गए कि जनसभा में मौजूद मुस्लिम समुदाय का समर्थन अपनी तरफ करने के लिए शिवपाल ने ऐसा कहा है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव में सपा के भीतर सामने आई अंतरकलह के बाद से शिवपाल ने अलग संगठन बना लिया था।
मुलायम सिंह पहुंचे, दिया आशीर्वाद:
शिवपाल की पार्टी की रैली में सपा संस्थापक व उनके बड़े भाई मुलायम सिंह यादव भी पहुंचे। मंच पर अपनी छोटी बहु अपर्णा के साथ पहुंचे मुलायम ने शिवपाल को आशीर्वाद दिया। नेताजी के सामने बोलते हुए शिवपाल भावुक हो गए। कहा कि ”वह हमेशा ही सपा में संगठित देखना चाहते थे, लेकिन कुछ चापलूसों की वजह से पार्टी में बिखराव हुआ और उन्हें पार्टी से किनारा करना पड़ा।”
2019 में पूरे यूपी में लड़ेंगे चुनाव:
सपा से टूटकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की स्थापना करने वाले शिवपाल यादव कह चुके हैं कि आगामी आम चुनाव में उनका खेमा उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा। खुद पार्टी संयोजक शिवपाल सभी लोकसभा में योग्य एवं कर्मठ उम्मीदवारों को तलाशने में लगे हैं।
जिस तरह बसपा और मायावती को सत्ता से उतारकर अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने का काम मुलायम ने किया था, कुछ उसी तरह से भाजपा की सियासत ख़त्म कर अपनी पार्टी के बैनर तले बेटे आदित्य यादव को मुख्यधारा की राजनीति में में यदि शिवपाल ले आए, तो अचरज नहीं होना चाहिए।