राजस्थान विधानसभा चुनाव की 200 विधानसभा सीटों पर क़िस्मत आज़मा रहे 2294 उम्मीदवारों में से 2188 उम्मीदवारों के शपथ पत्र का आंकलन करने के बाद एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि कुल 597 प्रत्याशी करोड़पति हैं। इसी के साथ अनेकों उम्मीदवार आपराधिक मामलों के आरोपी भी हैं।
320 उम्मीदवारों पर लंबित मामलें:
राजस्थान विधानसभा चुनाव में भागीदारी कर रहे सभी उम्मीदवारों में से 320 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर आपराधिक मामलें अभी न्यायालय में विचाराधीन है। यह संख्या उम्मीदवारों की कुल संख्या का 15% है, जोकि 2013 के पिछले चुनाव में 11% थी। इसी के साथ वर्तमान में 195 उम्मीदवार (9%) ऐसे हैं जो गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपी हैं, यह 2013 में 7% था।
कामिनी जिंदल है सबसे अमीर प्रत्याशी:
चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों में से प्रदेश के श्रीगंगानगर से विधायक कामिनी जिंदल सबसे अमीर प्रत्याशी है। जमींदारा पार्टी के संस्थापक बीड़ी अग्रवाल की बेटी कामिनी क्षेत्र में काफी लोकप्रिय है। आधिकारिक तौर पर कामिनी जिंदल के पास कुल 287 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है। इनके बाद 172 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर सीकर, धोद से परसराम मोरदिया व 142 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ सीकर, नीमकाथाना से प्रेम सिंह बाजार तीसरे स्थान पर है।
राजनैतिक दलों के प्रभुत्व के हिसाब से करोड़पति प्रत्याशी:
करोड़पति उम्मीदवारों पर नज़र डाले तो सामने आता है कि ऐसे अधिकतर उम्मीदवार भाजपा और कांग्रेस से ही सम्बंधित है। भाजपा ने जहां 81% करोड़पतियों को टिकट दिया है, तो वहीं कांग्रेस के 77% उम्मीदवार करोड़पति हैं। इसके बाद राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 35%, बसपा के 22% व आप के 18% प्रत्याशी करोड़पति की श्रेणी में आते हैं।