भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की राजधानी इम्फाल में बुधवार को राहुल गांधी ने छात्रों के साथ डेमोक्रेसी डायलॉग कार्यक्रम के अंतर्गत संवाद किया। राहुल ने पूर्वोत्तर के छात्रों के बीच उनकी संस्कृति, नागरिकता संशोधन विधेयक, AFSPA, केंद्र में सत्ताधारी भाजपा सरकार की नीति, नियति, विचारधारा आदि मुद्दों पर बात की।
राहुल बोले, भाजपा पूर्वोत्तर की संस्कृति को नुकसान पहुंचाना चाहती है:
छात्रों के बीच राहुल गांधी ने कहा कि ”भाजपा और आरएसएस हीन भावना से ग्रसित है। वो असल में अन्य संस्कृतियों से डरते हैं। भारत में आज लड़ाई चल रही है और नफरत फैलाई जा रही है। पूरे नार्थ-ईस्ट में बीजेपी की सरकार क्या कर रही है – किस प्रकार से आप पर आक्रमण हो रहा है, किस प्रकार आपको दबाया जा रहा है, ये आप सब जानते हैं। जब हम यहां सत्ता में थे, हमने AFSPA के असर को कम किया था; हमने इसे 7 निर्वाचन क्षेत्रों से हटा दिया था। AFSPA की कठोर शक्तियों को हटाना हमारा उद्देश्य है। कांग्रेस सांस्कृतिक साम्राज्यवाद में विश्वास नहीं करती है। हम इस विचार में विश्वास नहीं करते हैं कि एक भाग को देश के अन्य भागों पर शासन करना चाहिए। हमारा मानना है कि देश के हर हिस्से को यह कहने और करने की अनुमति दी जानी चाहिए कि वह क्या चाहते हैं। हमने संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ लड़ाई लड़ी और उसे हराया। हम पूरी तरह से स्पष्ट हैं कि उत्तर पूर्व पर कोई अतिक्रमण नहीं होगा। उत्तर पूर्व की विशेष औद्योगिक नीति जो आपसे छीन ली गई थी, उसे वापस दिया जाएगा।”
राहुल गांधी ने कहा- मोदी जी देश को जबरदस्त नुकसान पहुंचा रहे हैं:
मोदी सरकार की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ”मोदी जी देश को जबरदस्त नुकसान पहुंचा रहे हैं। पिछले 5 सालों में 4 करोड़ 70 लाख नौकरियां ख़त्म हो चुकी हैं, जबकि, उन्होंने हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया था। एक दिन कहा कि मैं 500 और 1000 रुपये के नोट को रद्दी कर रहा हूं। छोटे उद्योग पूरी तरह बर्बाद हो गये, परिवार तबाह हो गये। ये सब काम करते समय वो हंस रहे थे। देश में काले धन के जमाखोरों ने अपने काले धन को विमुद्रीकरण के दौरान सफेद में बदल दिया। यह काले धन से लड़ने के लिए मोदी जी का तरीका था।”