विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र राजस्थान में प्रचार करने आए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुष्कर घाट पर पूजा-अर्चना के दौरान बड़ी ही सहजता से वह बात कह दी, जिसे सालभर से भारतीय राजनीति में बेवज़ह चुनावी मुद्दा बनाया जा रहा था। पुष्कर में पूजा के दौरान राहुल ने बताया कि वे कौल ब्राम्हण है, तथा उनका गौत्र दत्तात्रेय है। राहुल के इस स्पष्टीकरण के बाद अब उम्मीद है कि उन सभी व्यर्थ के सवालों पर रोक लग जाएगी जिन्हें बार-बार सुर्खिया बनाकर उछाला जाता रहा है।
नहर के पास रहते थे, इसलिए नेहरू:
नेहरू-गांधी परिवार के कुल पुरोहित दीनानाथ व राजनाथ कौल ने पुष्कर घाट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की पूजा करवाई। पूजा समाप्ति के बाद राजनाथ ने पत्रकारों को बताया कि राहुल गांधी मूलतः कश्मीरी कौल ब्राम्हण है। पंडित जवाहर लाल नेहरू के पिता मोतीलाल नेहरू कश्मीर में जिस घर में रहते थे, वहां पास से एक नहर बहती थी, इसलिए उन्हें नेहरू कहा जाने लगा।
भाजपा नेता अक्सर उठाते रहे हैं सवाल:
गौरतलब है कि भाजपा नेताओं ने अक्सर राहुल गांधी और उनके परिवार के जाति-धर्म पर सवाल उठाया हैं। भाजपा नेता और प्रवक्ता, राहुल के धर्म को संशयात्मक बताकर कांग्रेस पार्टी को हिन्दू विरोधी बताते रहे हैं। ऐसे में अपने जवाब से राहुल ने उन सभी का मुँह बंद करा दिया है जो अब तक राहुल गांधी और कांग्रेस को धार्मिक विचारधारा पर घेरते आए हैं।
पोकरण, जालोर और जोधपुर में की सभाएं:
राजस्थान के चुनावी दौरे पर आए राहुल गांधी ने अल सुबह अजमेर की दरगाह शरीफ में चादर चढ़ाई। इसके बाद राहुल ने पुष्कर घाट पर जाकर पूजा-अर्चना की। दोपहर में राहुल ने पोकरण फिर जालोर और शाम को जोधपुर में चुनावी सभा की। इस दौरान राहुल ने कांग्रेस की सरकार बनने पर 10 दिनों में किसानों का कर्ज़ा माफ़ करने की बात भी दोहराई।