राजस्थान विधानसभा चुनाव में राजधानी जयपुर की एक महत्वपूर्ण विधानसभा विद्याधर नगर ने एक बार फिर से भाजपा का दामन चुन लिया। 10 वर्ष से क्षेत्र के विधायक नरपत सिंह राजवी को एक बार फिर विद्याधर नगर वासियों ने सर-आँखों पर बैठा लिया। कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल और निर्दलीय विक्रम सिंह शेखावत को हराते हुए राजवी ने भारी जीत हासिल की है। इस तरह राजवी के खिलाफ जनता की नाराज़गी को लेकर जो सवाल उठाए जा रहे थे, उन सभी पर विराम लग गया है।
विक्रम सिंह शेखावत ने उलझाया पेंच:
पिछले दो चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में विद्याधर नगर से दावेदारी करने वाले विक्रम सिंह शेखावत को राजवी के सामने हार देखनी पड़ी। इस बार कांग्रेस ने सीताराम अग्रवाल को टिकट दिया था। इससे नाराज़ होकर विक्रम सिंह ने बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा। इस तरह विक्रम सिंह शेखावत करीब 50 हज़ार वोट हासिल कर गए, लेकिन कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल के लिए परेशानी का सबब बन गए। कहा जा रहा है कि यदि शेखावत मैदान me न होते तो सीताराम अग्रवाल राजवी के ऊपर भारी पद सकते थे। इसी के साथ यह भी कहा जा रहा है कि विक्रम सिंह ने क्षेत्र के राजपूत वोट का बंटवारा किया है, जिससे कहीं न कहीं अग्रवाल को फ़ायदा मिला है। खैर जो भी हो, विद्याधर नगर के सिकंदर एक बार फिर नरपत सिंह राजवी बने हैं।