राजस्थान की राजधानी जयपुर में पिछले करीब 4 वर्षों से बंद पड़ा पत्रकारिता शिक्षण संस्थान हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय और जनसंचार केंद्र जल्द ही एक बार फिर से शुरू होने को है। गौतलब है कि साल 2015 में राज्य की वसुंधरा राजे सरकार ने इस विश्वविद्यालय को बंद कर दिया था, जिसका उस समय विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी और छात्रों द्वारा विरोध भी किया गया था। ऐसे में इस विश्वविद्यालय को फिर से संचालित करवाने का वादा कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में शामिल किया था। ऐसे में अब सरकार आगामी सत्र से इस संस्थान को नियमित तौर पर संचालित करने जा रही है। वरिष्ठ पत्रकार व ‘मुअनजोदड़ो’ के रचनाकार ओम थानवी को 3 वर्ष के लिए संस्थान का कुलपति नियुक्त किया गया है।
मोदी सरकार के आलोचकों की श्रेणी में आते है ओम थानवी:
जनसत्ता व राजस्थान पत्रिका जैसे नामचीन समाचार पत्रों के संपादक रह चुके वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी की गिनती उन पत्रकार, चिंतक, विचारक, बुद्धिजीवियों में की जाती है, जिन्हें मोदी सरकार का परम्परागत आलोचक माना जाता है। सोशल मीडिया पर थानवी के पोस्ट देखकर यह बखूबी ही अंदाज़ा लगाया जा सकता है। थानवी अपनी गंभीर लेखनी व कटाक्ष के लिए जाने जाते हैं। केंद्र सरकार की कार्यनीति व कामकाज का बारीकी से विश्लेषण व अक्सर उसकी तुलना आदर्श स्थितियों से करते हुए अपने विचार व्यक्त करते हैं। राजस्थान के पत्रकारिता जगत में ओम थानवी का योगदान देखा जाए, तो यह अथाह रहा है। ऐसे में एक प्रतिभा के धनी और अनुभवी व्यक्तित्व को प्रदेश के पत्रकारिता संस्थान का दायित्व सौंपना उतना ही सही फैसला है, जितना गलत केंद्र सरकार द्वारा एफटीआईआई में गजेंद्र सिंह को निदेशक नियुक्त करना था।