प्रतिष्ठित समाचार समूह ‘द हिन्दू’ में राफेल सौदे से सम्बंधित रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद और कल उच्चतम न्यायालय में सौदे से सम्बंधित दस्तावेज गायब होने की जानकारी आने के बाद से कांग्रेस पार्टी एक बार फिर राफेल को लेकर मोदी सरकार पर आक्रामक हो गई है। गुरुवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने जमकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और उन्हें इस सौदे की गड़बड़ी में संलिप्त बताया। ‘द हिन्दू’ के ख़िलाफ़ राफेल के दस्तावेज चोरी करने के सरकारी आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा-
”एक नयी लाईन निकली है ‘गायब हो गया’, 2 करोड़ युवाओं का रोजगार, किसानों को सही दाम, खाते में जो 15 लाख आना था, किसानों के बीमा का पैसा और राफेल की फाईलें गायब हो गयी। पहले राफेल का पैसा चोरी हुआ, और अब फाईल चोरी हो गई, ऐसे में FIR तो मोदी जी पर होनी चाहिए, पर FIR कर रहे हैं, चोरी पकड़ने वाले मीडिया की। इसे कहते हैं, अंधेर नगरी, चौपट राजा।”
राहुल बोले, प्रधानमंत्री ने 30 हजार करोड़ रुपये अनिल अम्बानी की जेब में डाले हैं:
राफेल पर हालिया मची हलचल को देखते हुए राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि- ”हिंदुस्तान में आपराधिक जांच उन सब पर हो सकती है जो पीएम का विरोध करते हैं, लेकिन जब पीएम का नाम आता है तो उन पर नहीं हो सकती। क्यों? राफेल में घोटाला हुआ है, ‘द हिंदू’ अखबार ने दिखाया है कि रक्षा मंत्रालय की फाइलों में साफ तौर पर प्रधानमंत्री का नाम लिखा है और ये भी लिखा है कि राफेल की डिलेवरी में देरी कर दो। एयरफोर्स की नेगोसिएशन टीम कहती है कि नये सौदे के कारण हवाई जहाज देर से आयेंगे पहले वाले सौदे में हवाई जहाज जल्दी आते और मोदी जी कहते हैं कि राफेल हवाई जहाज पहले आ जाता तो हिंदुस्तान का फायदा होता। राफेल की फाइल में लिखा है कि प्रधानमंत्री की समानान्तर बातचीत’ ने राफेल के भारत आने में देरी की है, हमारी डील में ये पहले आता। सच्चाई तो ये है कि राफेल इसलिये टाईम पर नहीं आया क्योंकि प्रधानमंत्री जी अनिल अंबानी को पैसा देना चाह रहे थे। समानान्तर बातचीत’ क्यों हो रही है? कोई न कोई कारण तो होगा? कारण ये है कि मोदी जी नरेन्द्र मोदी को 30 हजार करोड़ रुपये देना चाहते थे, इससे उनको भी फायदा होगा। ऐसे में ये साफ है कि प्रधानमंत्री ने निजी तौर पर अनिल अंबानी को कांट्रैक्ट दिलवाया है और 30 हजार करोड़ रुपये उनकी जेब में डाले हैं।”