प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। मोदी ने इस दौरान जमकर कांग्रेस पार्टी को घेरा। मोदी ने विशेषकर गांधी-नेहरू परिवार की राजनीति को आड़े हाथों लेते हुए अपना भाषण दिया। कांग्रेस और भ्रष्टाचार का सम्बन्ध बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ”करप्शन और कांग्रेस का साथ अटूट है। ऐसी जुगलबंदी है जो अलग हो ही नहीं सकती। करप्शन को कांग्रेस चाहिए और कांग्रेस को करप्शन। कांग्रेस सरकार में करप्शन एक्सीलेटर पर रहता है और विकास वेंटीलेटर पर रहता है। कांग्रेस में एक होड़ मची रहती है कि कौन ज्यादा बड़ा भ्रष्टाचार करे।”
कांग्रेस को रक्षा घोटालों का गुनहगार बताया मोदी ने:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ”टूजी, कॉमन्वेल्थ, जल, थल, नभ कहीं कोई ऐसा संसाधन नहीं है जो इनकी लूट से बच पाया हो। इन्होंने हमारे सैनकों को भी नहीं छोड़ा। बोफोर्स तोप या फिर हेलिकॉप्टर, हथियार का ऐसा सौदा खोजना मुश्किल हो जाता है जिसमें कांग्रेस द्वारा कमीशन की खबरें न आती हों। आपको याद होगा कि आपका ये चौकीदार हैलिकॉप्टर घोटाले के कुछ दलालों को दुबई से उठाकर ले आया था। इटली के मिशेल मामा और दूसरों दलालों से पूछताछ हुई है। इसके आधार पर दायर चार्जशीट के अनुसार हैलीकॉप्टर घोटालों के दलालों ने जिन्हें घूस दी है उसमें एक AP और दूसरा FAM है। इसी चार्जशीट में कहा गया है कि AP मतलब अहमद पटेल और FAM का मतलब है फैमिली। एक जमाना था जिस परिवार की एयरपोर्ट पर भी तलाशी की भी कोई हिम्मत नहीं करता था, लोग उन्हें सेल्यूट करते थे, वो आज बेल पर हैं। जो खुद को भारत का भाग्य विधाता समझते थे, वो खुद को जेल जाने से बचाने के लिए सारी तिकड़म लगा रहे हैं।”
कांग्रेस सेना का हौंसला तोड़ने का काम कर रही है, प्रधानमंत्री मोदी:
लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी किए गए चुनावी घोषणा पत्र को आधार बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ”अगर आप कांग्रेस के ढकोसला पत्र को पढ़ेंगे तो पता चलेगा कि कांग्रेस का हाथ किसके साथ है। कांग्रेस जम्मू कश्मीर में आतंकियों, पत्थरबाजों, विभाजन करने वालों के खिलाफ जवानों को जो कानून मिला है, सुरक्षा बलों को मिला ये सुरक्षा कवच हटाना चाहती है। अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वो सुरक्षा बलों को मिला ये सुरक्षा कवच हटा लेंगे। जान दांव पर लगाने वाले हमारे सैनिक झूठे मुकदमों में फंसे रहें, ये व्यवस्था करना चाहती है। उनका हौसला टूट जाये, ऐसा काम कर रही है। कांग्रेस के ढकोसलापत्र से टुकड़े-टुकड़े गैंग खुश है, पाकिस्तान में बैठे कुछ लोग भी खुश हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर में इनके साथी, हर रोज़ कश्मीर को अलग करने की धमकी दे रहे हैं की वो कश्मीर का अलग प्रधानमंत्री चाहते हैं। ये सभी कांग्रेस के गठबंधन के साथी है और इनके इन बयानों पर अगर कांग्रेस चुप है तो उसे भी इसकी सजा मिलनी चाहिए। मैं हैरान हूं कि अपने इन साथियों को बचाने के लिए ही कांग्रेस देशद्रोह के कानून को हटाना चाहती है क्या?”