चुनाव वाले दिन मतदाता को किस मतदान केंद्र (पोलिंग बूथ) पर मतदान करना है, उसका समय क्या होगा, किस अधिकारी से संपर्क करना होगा आदि सभी जानकारियां, आपके सामान्य परिचय के साथ इस बार आपकी मतदाता पर्ची (वोटर स्लिप) पर अंकित होंगी।
मतदाता अपने मताधिकार के प्रति जागरूक हो, अपने मत की आवश्यकता को समझे, ज़्यादा से ज़्यादा मतदान हो, इन उद्देश्यों को ध्यान में रखकर निर्वाचन आयोग ने यह पहल की है। चुनाव से 5 दिन पूर्व तक अर्थात 2 दिसंबर तक मतदाता पर्चियों का वितरण क्षेत्र के बीएलओ द्वारा कर दिया जाएगा।
दोनों तरफ से छपी होगी वोटर स्लिप:
मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से निर्वाचन आयोग ने यह कदम उठाया है। जहां अब तक वोटर स्लिप एक ओर से ही छपी होती थी, इस बार स्लिप के दोनों तरफ छपाई होगी। इस बार छापी गई नई मतदाता पर्ची में मतदान केंद्र, मतदान का समय, जिला निर्वाचन कार्यालय का हैल्पलाइन नंबर और मतदान केंद्र अधिकारी की पूरी जानकारी के साथ ही प्रक्रिया के प्रति शिकायत व सुझाव व्यक्त करने का प्रावधान भी चुनाव आयोग की तरफ से किया गया है।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने की कोशिश:
गौरतलब है कि प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव 2013 में अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत 74.38% रिकॉर्ड किया गया। राजस्थान के जैसलमेर में जहां यह प्रतिशत सर्वाधिक 85 रहा था, वहीं भरतपुर में करीब 55 प्रतिशत मतदाताओं ने ही मतदान किया था। इस तरह प्रदेश के सभी ज़िलों में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने, मतदाताओं की जागरुकता में अभिवृद्धि करने, मतदाताओं को सहूलियत प्रदान करने के उद्देश्य से निर्वाचन आयोग ने यह सकारात्मक कदम उठाया है।