रविवार को तमिलनाडु में डीएमके मुख्यालय पर विपक्ष के कई नेता पहुंचे। मौक़ा था द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) राजनीतिक दल के दस बार के अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के पांच बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत नेता एम करुणानिधि की प्रतिमा स्थापना का। इस अवसर पर डीएमके अध्यक्ष एवं करुणानिधि के पुत्र एमके स्टालिन ने राहुल गांधी को 2019 आम चुनाव के लिए प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाने की बात कही। बताया जा रहा है कि विपक्षी दलों ने स्टालिन के इस सुझाव पर कोई ख़ास रुचि नहीं दिखाई।
विपक्ष ने कहा प्रधानमन्त्री पद का उम्मीदवार चुनाव बाद तय किया जाएगा:
बताया जा रहा है कि स्टालिन ने राहुल का नाम आगे करते हुए कहा कि भाजपा और मोदी की फासीवादी ताक़तों से टक्कर लेने के लिए राहुल गांधी योग्य नेता है। स्टालिन ने कहा कि उनके पिता करुणानिधि ने इंदिरा गांधी के लिए 1980 में तथा 2004 में सोनिया गाँधी के लिए ऐसा ही प्रस्ताव रखा था। सूत्रों की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक़ जब स्टालिन द्वारा राहुल का नाम सुझाया गया तो टीडीपी, सपा, बसपा, माकपा, टीएमसी, एनसीपी आदि दलों के द्वारा चुनाव से पहले विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री का नाम घोषित करने में असहमति दर्शाई। इन दलों की तरफ से कहा गया कि 2019 में चुनाव के नतीजे आने के बाद ही प्रधानमंत्री का चयन किया जाएगा। इस मौके पर स्टालिन के अलावा, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू आदि मौजूद रहे।
2019 में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन की तैयारी में विपक्ष:
गौरतलब है कि 2019 के आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा और नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस समेत 16 विपक्षी राजनैतिक दल एकजुट होकर महागठबंधन का आधार तैयार कर रहे हैं। चूँकि इस वक़्त भाजपा के अलावा किसी दल के पास अपने दम पर बहुमत प्राप्त करने लायक जनाधार नहीं, ऐसे में सभी विपक्षी दलों की एकजुटता से बना महागठबंधन बहुत हद तक विपक्ष को मज़बूती दे सकता है।