भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र की उपलब्धि और प्रधानमंत्री मोदी के सम्बोधन को समझिए आसान तरीके से

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह करीब 11 बजे जब एक ट्वीट कर बताया कि 11.45 – 12.00 बजे वे एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर जनता के बीच आएंगे, तो इस ट्वीट के बाद यह कौतुहल मच गया कि वो क्या बात हो सकती है, जिसपर प्रधानमंत्री इस तरह पूर्व सूचना देकर सभी से उसे रेडियो, टीवी और सोशल मीडिया पर सुनने की बात कह रहे है। पहले पहल अंदाज़ा लगाया गया कि प्रधानमंत्री मोदी चुनाव पूर्व कोई बड़ी राजनैतिक या अर्थव्यवस्था से जुडी बात कह सकते है, लेकिन जब 12:15 के बाद प्रधानमंत्री ने सम्बोधन शुरू किया तो स्पष्ट हुआ कि सन्देश देश की तरक्की को लेकर है। प्रधानमंत्री ने भारत द्वारा हाल ही में हासिल की गई अंतरिक्ष उपलब्धि की सूचना दी। आसान शब्दों में समझे तो प्रधानमंत्री ने ये ऐलान किया कि भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने अपने एंटी सैटेलाइट मिसाइल को सफलतापूर्वक लांच किया है, जोकि अंतरिक्ष क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है।

इस एंटी सैटेलाइट मिसाइल का प्रयोग कर हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर LEO (Low Earth Orbit) अर्थात पृथ्वी की निचली कक्षा में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है। यहां आपको बता दें कि यह लाइव सैटेलाइट डीआरडीओ के मिशन का पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, यह भारत का ही निष्क्रिय हो चुका एक छोटा सैटेलाइट था, जिसे इसरो ने इसी वर्ष 24 जनवरी को पृथ्वी की निचली कक्षा में प्रक्षेपित किया गया था। इसे एंटी सैटेलाइट मिसाइल (A-SAT) का परीक्षण करते हुए निशाना बनाया गया।

यहां एक और जानकारी यह है कि मिसाइल (A-SAT) की लॉन्चिंग के बाद महज़ 3 मिनट में उसने एक सैटेलाइट को अपना निशाना बनाया। अभी पिछले साल ही दिसंबर में अग्नि-5 के सफल परीक्षण के बाद डीआरडीओ के वैज्ञानिकों का नया लक्ष्य यह एंटी सैटेलाइट हथियार तैयार करना था। जिसे बेहद गुणवत्तापूर्ण तरीके से भारत ने हासिल किया।

अभी तक अमेरिका, रूस और चीन के पास ही यह क्षमता थी:

आपको बता दें कि अब से पहले तक दुनिया में अमेरिका, रूस और चीन ही वे देश थे जिनके पास यह क्षमता  थी, अब भारत भी इस श्रेणी में शामिल हो गया है। भारत ने ‘ऑपरेशन शक्ति’ के माध्यम से इस मिशन को सफल अंजाम दिया और अंतरिक्ष शक्ति के रूप में खुद को स्थापित कर लिया। इस तरह अंतरिक्ष महाशक्तियों में भारत चौथा बड़ा देश बना है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मिशन शक्ति में कार्यरत रहे सभी डीआरडीओ के वैज्ञानिकों, अनुसंधानकर्ताओं तथा अन्य संबंधित कर्मियों को बधाई दी है। साथ ही विश्व बिरादरी को सन्देश दिया कि भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में जो उपलब्धि हासिल की है, उसका मूल उद्देश्य भारत की सुरक्षा, भारत का आर्थिक विकास और भारत की तकनीकी प्रगति है, किसी राष्ट्र पर हमला करना नहीं।

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