देशभर के पेट्रोल पंप, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों पर पिछले 4 – 4.5 साल से दिखाई देने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुस्कुराती तस्वीर और उनके होर्डिंग अब चुनाव तक तो कम नज़र नहीं आएंगे। हाल ही में 10 मार्च को भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित किए गए लोकसभा चुनाव 2019 के कार्यक्रम के बाद से देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। ऐसे में किसी नई योजना के उदघाटन अथवा शिलान्यास, लोकार्पण जैसे समारोह में केंद्र सरकार के कोई भी मंत्री, सांसद भागीदारी नहीं कर सकते। इसी के साथ सार्वजनिक स्थानों पर केंद्र सरकार की योजनाओं से जुड़ा प्रचार-प्रसार अब नहीं हो सकता। ऐसे में देशभर के पेट्रोल पंप, सार्वजनिक स्थानों पर प्रधानमंत्री मोदी के लगे इन होर्डिंग्स के ख़िलाफ़ कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से चुनाव आयोग में शिकायत की गई थी। जिसके बाद से ऐसे सभी होर्डिंग को हटाने का निर्देश आयोग की तरफ़ से।
‘मन की बात‘ पर खुद प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव तक लगाई रोक:
गौरतलब है कि चुनावी आचार संहिता के लागू होने के कारण निर्वाचन आयोग द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ पर कोई कार्यवाही किए या न किए जाने के पहले ही प्रधानमंत्री ने स्वमेव ही उस पर रोक लगा दी थी। मन की बात पर रोक लगाने की बात साल 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के समय पर विपक्षी दलों की तरफ़ से उठी थी, लेकिन तब राज्य विशेष में आचार संहिता लागू होने के कारण निर्वाचन आयोग ने ऐसी कोई रोक नहीं लगाई थी। अब चूंकि चुनाव देश की 17वीं लोकसभा के गठन के लिए है तो आचार संहिता केंद्र सरकार पर लागू हो रही है। ऐसे में आसार थे कि यदि कार्यक्रम जारी रहता तो चुनाव आयोग उस पर रोक लगा सकता था। किन्तु इससे पहले ही प्रधानमंत्री ने व्यस्तता के चलते मन की बात रोक दी इसके चलते पिछली और इस कार्यकाल की आखिरी मन की बात का संस्करण 24 फरवरी 2019 को जारी किया गया।