हमारा ‘अभिनंदन’ दुश्मन की क़ैद में है और प्रधानमंत्री भाजपा का बूथ मज़बूत करने में जुटे है! अचरज है!

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भारतीय वायुसेना के जांबाज पायलट विंग कमांडर ‘अभिनंदन वर्थमान’ कल पाकिस्तान के लड़ाकू विमान एफ-16 को ध्वस्त करते हुए पीओके में चले गए। पाकिस्तानी सैनिको ने अभिनंदन को बंदी बना लिया, जंग के माहौल में दुश्मन देश ने हमारे योद्धा को क़ैद कर लिया। यह खबर जैसे ही सामने आती है देशभर से अभिनंदन की सलामती की प्रार्थना और उनके शौर्य की सलामी के लिए हाथ उठ जाते हैं। साथ ही पाकिस्तान के ख़िलाफ़ रोष और आक्रोश की उमड़ती लहर अब उफान मारने लगाती है। वीर अभिनंदन को सकुशल वापस लाने के लिए देशभर की उम्मीदें अब पुलवामा हमले के बदले में पीओके में घुसकर आतंकी अड्डे उड़ाने वाली भारतीय वायुसेना और सैन्य बलों को खुली छूट देने वाले देश के पंतप्रधान से बंधती है। ज़िम्मेदारी भरे ऐसे संवेदनशील वक़्त पर हमारी वायुसेना और सुरक्षा बल पूरी मुस्तैदी और तैयारी में नज़र आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई कैबिनेट और सैन्य व सुरक्षा बैठक ले चुके है, लेकिन यह क्या!!

सत्तासीन भाजपा आज भी अपनी चुनावी तैयारियों को मज़बूत करने में ही लीन है। इस नाज़ुक समय में पार्टी की तरफ से स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ”मेरा बूथ सबसे मज़बूत” की ताल ठोकते हुए दोपहर 12 बजे भाजपा कार्यकर्ताओं, वॉलंटियर्स और समर्थकों के साथ महासंवाद करने जा रहे है। फेसबुक, यूट्यूब, वेबसाइट पर लाइव के ज़रिए देशभर की 15,000 जगहों के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ दुनिया की सबसे बड़ी वीडियो कांफ्रेंस करने जा रहे है। अजीब है, अचरज है। जिस समय सारा देश राष्ट्र के दुश्मनों के ख़िलाफ़ एकजुट खड़ा है, आपसे आस लगाए बैठा है कि जल्द से जल्द हमारे पायलट की देशवापसी कराई जाए, ठीक उसी समयकाल में राजनैतिक स्वार्थसिद्धि की ऐसी तड़प! यकीन मानिए अचरज में डाल ही देती है।

कहते हैं कि जिस जंग में बादशाह की जान को खतरा न हो वह जंग नहीं सियासत हुआ करती है। जनभावनाओं को एक दिशीय मोड़कर जनादेश में बदलने की सियासत। सत्ता लोभ में इस सियासत की कमान केंद्र बिंदु पर पसरे हुक़्मरान के हाथों में होती है, तो निशाने पर राजनैतिक विरोधियों की पूरी जमात हुआ करती है, और फिर राजशाही के मुनादियों के साथ इस्तेमाल किया जाता है आम जनता का।

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