आज पहली फरवरी को जहां मोदी सरकार के वित्त एवं रेल मंत्री पीयुष गोयल संसद में वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए बजट पेश कर रहे है, तो केंद्र सरकार के पिछले बजट के क्रियान्वयन एवं सरकार की उपलब्धियों का बखान भी बखूबी कर रहे है। इसी बीच विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए आरोप लगाया है कि सदन में मंत्री सरकारी कामकाज के झूठे एवं मनगढंत आंकड़े पेश कर रहे है।
कांग्रेस के अनुसार इन विषयों पर गलत आंकड़े पेश किए मंत्री ने:
कांग्रेस पार्टी की तरफ़ से किया गया ट्वीट कहता है कि ”प्रधानमंत्री जन आवास योजना की उपलब्धि पर केंद्रीय मंत्री ने झूठ कहा है। सरकार अपना लक्ष्य तय नहीं कर पाई, और अब अपनी असफलता छिपाकर अपने आप को बचाने के लिए झूठे आंकड़ों का सहारा ले रही है।” कांग्रेस के अनुसार ”सदन में सरकार का दावा है कि 1.53 करोड़ घर प्रधानमन्त्री आवास योजना के तहत बनाए जा चुके हैं, जबकि सच्चाई यह है कि दिसंबर 2018 तक महज़ 37 लाख के करीब ही यह संख्या पहुंची है। इनमें से 12.5 लाख शहरी और 24 लाख ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए हैं। यह संख्या राजीव गांधी आवास योजना के आंकड़ों को भी सम्मिलित करती है।”
- 143 करोड़ एलईडी बल्ब वितरण के मंत्री पीयूष गोयल के दावे को झूठा बताते हुए कांग्रेस ने कहा कि सरकार ने आज तक 32.3 करोड़ एलईडी ही वितरित की है।
- एनपीए घटाने सम्बंधित सरकार के दावे पर कांग्रेस ने कहा कि 2010-2014 के मध्य 216739 करोड़ रूपए रहा एनपीए आज 10 लाख करोड़ से ऊपर पहुंच चुका है।
- 2022 तक देश के किसानों की आमदनी दोगुनी करने व न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने के सरकारी दावे को कांग्रेस ने यूपीए की पहली और दूसरी सरकार के समय की एमएसपी से तुलना कर, बेहद कम बताया है।
- जीडीपी वृद्धि पर भी कांग्रेस ने कहा कि यूपीए की दूसरी सरकार में 2009-10 के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 8.84% थी, जबकि मोदी सरकार में 2017-18 के दौरान यह 6.7% है।
- इसी के साथ भारत के हर गांव में विद्युतीकरण करने के मोदी सरकार के दावे पर कांग्रेस पार्टी ने कहा कि 97 प्रतिशत विद्युतीकरण पहले ही हो चुका था, मोदी सरकार ने महज़ 3 फ़ीसदी गांवों तक ही बिजली पहुंचाई है।